- पादपों में वृद्धि व वातावरण के कारण गतियाँ होती है। पादपों में निम्नलिखित प्रकार की गतियाँ पायी जाती हैं।
1.
अनुवर्तनी
गति या ट्रोपिक मूवमेंट (TROPIC MOVEMENT)
2.
नेस्टिक गति
(NASTIC MOVEMENT)
अनुवर्तनी
गति या ट्रोपिक मूवमेंट - पादपों
में पायी जाने वाली
जो गतियाँ , गति- कारकों की
दिशा पर
निर्भर करती है,अनुवर्तनी
गति या ट्रॉपिक गति कहलाती
हैं। ये
निम्न प्रकार की हैं -
(१) प्रकाश-अनुवर्तनी गति (फोटो-ट्रोपीजम ) - ये
गति सूर्य के प्रकाश की
दिशा पर निर्भर करती
है। पादपों
में तना सूर्य के
प्रकाश की और वृद्धि
करता है। तना
धनात्मक प्रकाशनुवर्तनी गति
दर्शाता है जबकि जड़ें
ऋणांत्मक प्रकाशनुवर्तनी गति दर्शाती
हैं।
(२) जलानुवर्तनी गति (हाइड्रोट्रोपीजम ) - पादपों
में ये गतियां जल
की दिशा पर निर्भर
करती हैं। जड़े जल
की दिशा में गति
करती हैं। जड़े
धनात्मक जलानुवर्तन गति दर्शाती हैं।
(3) रसायनुवर्तनी गति या केमोट्रोपिज्म: यह
गति किसी रसायन की
उपस्थिति के कारण होती
है। उदाहरण
-निषेचन की प्रक्रिया के
दौरान, अंडाशय में एक शर्करायुक्त
रसायन के स्राव के
कारण पराग नली का
बीजांड की ओर बढ़ना।
(4) गुरूत्वानुवर्तनी गति - ये
गति पृथ्वी के गुरुत्व
की दिशा की ओर
होती है। जैसे जड़े
पृथ्वी के गुरुत्व की वृद्धि करती
हैं।
नेस्टिक गति
(NASTIC MOVEMENT)
पादपों में
पायी जाने वाली वे
गतियाँ जिन पर कारक
की दिशा का प्रभाव
नहीं होता है उनको
नेस्टिक गति कहते
हैं।
उदाहरण
- जब छुई-मुई के
पौंधे को किसी भी दिशा
से स्पर्श किया जाता
है तो उसकी पत्तियाँ एक
ही दिशा में बंद
होती हैं।
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