मानव श्वसन तंत्र Human Respiratory System
मानव श्वसन तंत्र में निम्नलिखित अंग पाए जाते। हैं। नासिका व नासा-द्वार (Nose & Nostrils ) - मानव के चेहरे पर एक नासिका पायी जाती हैं और इसमें जोड़ी नासा छिद्र पाए जाते। हैं। नासा-द्वार अपनी अपनी ओर के नासा-मार्ग में खुलते हैं। नासा मार्ग की तन्त्रिका संवेदी (neuro-sensory) उपकला को श्नीडेरियन कला (Schneiderian membrane) कहते हैं। यह गन्ध का ज्ञान कराती है। इसमें श्लेष्म स्नावित करने वाली कोशिकाएँ तथा रोमाभियुक्त कोशिकाएँ भी होती हैं। नासा मार्ग आन्तरिक नासाद्वार (internal nares) द्वारा ग्रसनी के नासा ग्रसनी (Naso-Pharynx) भाग में खुलता है। ग्रसनी (Pharynx) - इस भाग में नासा मार्ग तथा मुख गुहिका दोनों खुलते हैं। नासाग्रसनी (nasopharynx) कण्ठद्वार (glottis) द्वारा वायु नाल में खुलता है। स्वर यन्त्र (Larynx) - यह श्वास नाल का सबसे ऊपरी भाग है। स्वर यन्त्र में वाक् रज्जु (vocal chords) होते हैं। वाक् रज्जुओं में कम्पन होने से ध्वनि उत्पन्न ह...